यह घटनाक्रम ऐसे समय में हुआ है जब न्यायपालिका में पारदर्शिता की मांग बढ़ रही है। 13 मई, 2025 को मुख्य न्यायाधीश संजीव खन्ना की सेवानिवृत्ति से पहले न्यायाधीशों की संपत्ति के विवरण का प्रकाशन जनता का विश्वास बढ़ाने के लिए एक समय पर उठाया गया कदम माना जा रहा है। इसके अतिरिक्त, उच्च न्यायालय और सर्वोच्च न्यायालय के न्यायाधीशों की नियुक्ति प्रक्रिया के पूर्ण प्रकाशन से न्यायिक नियुक्ति प्रक्रिया पर बहुत आवश्यक स्पष्टता मिलने की उम्मीद है
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