![]() |
Sk Point News |
11वां अंतरराष्ट्रीय योग दिवस 21 जून 2025 को पूरे देश और दुनिया में उत्साहपूर्वक मनाया जा रहा है। उत्तर प्रदेश के प्रमुख धार्मिक और सांस्कृतिक शहरों अयोध्या, काशी, प्रयागराज और मथुरा में इस अवसर पर भव्य योग कार्यक्रम आयोजित किए गए। इन आयोजनों में हजारों लोगों ने भाग लिया और योग के माध्यम से शारीरिक, मानसिक और आध्यात्मिक ऊर्जा का अनुभव किया। अयोध्या में पहली बार राम मंदिर प्रांगण में योग दिवस का आयोजन किया गया। यह कार्यक्रम सुबह 6 से 7 बजे तक चला, जिसकी अगुवाई पुलिस अधीक्षक ने की। इसमें विभिन्न सुरक्षा बलों के जवान और पुलिसकर्मी शामिल हुए। रामलला का धाम इस अवसर पर आध्यात्मिक ऊर्जा से भर गया। इसके अलावा, अयोध्या की प्रसिद्ध राम की पैड़ी पर भी सैकड़ों लोगों ने सामूहिक योगाभ्यास किया, जिससे भारत की प्राचीन योग परंपरा का वैश्विक संदेश और मजबूत हुआ।
काशी में श्री काशी विश्वनाथ मंदिर परिसर में योग दिवस का आयोजन हुआ, जिसमें उत्तर प्रदेश के कैबिनेट मंत्री सुरेश खन्ना मुख्य अतिथि के रूप में शामिल हुए। उनके साथ जन प्रतिनिधि और स्थानीय श्रद्धालुओं ने मंदिर चौक परिसर में योगाभ्यास किया। इस आयोजन ने प्राचीन नगरी काशी की आध्यात्मिकता और स्वास्थ्य को एक साथ जोड़ते हुए विशेष महत्व दर्शाया। प्रयागराज में त्रिवेणी संगम के तट पर एक विशाल योग कार्यक्रम हुआ, जिसमें करीब 8 हजार लोगों ने हिस्सा लिया। इस आयोजन की अगुवाई कैबिनेट मंत्री नंद गोपाल गुप्ता ‘नंदी’ ने की। संगम पर सामूहिक योगाभ्यास का उद्देश्य था योग के लाभों के प्रति लोगों को जागरूक करना और योग को उनकी दिनचर्या का हिस्सा बनाना।
मथुरा के गणेशरा स्टेडियम में भी योग दिवस पर कार्यक्रम हुआ, जिसका नेतृत्व सांसद हेमा मालिनी ने किया। उन्होंने सभी को योग दिवस की शुभकामनाएं दीं और लोगों से योग को अपनी दिनचर्या में शामिल करने की अपील की। उन्होंने योग को स्वस्थ जीवन की कुंजी बताया। इन आयोजनों ने यह सिद्ध किया कि योग भारत की केवल प्राचीन परंपरा नहीं है, बल्कि आज की भागदौड़ भरी दुनिया में स्वस्थ, शांत और संतुलित जीवन जीने का सबसे प्रभावी माध्यम भी है।
0 टिप्पणियाँ