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Sk Point News |
एक्सिओम-4 मिशन का संचालन कर रहे ग्रुप कैप्टन शुभांशु शुक्ला ने कहा कि भारत 41 साल बाद अंतरिक्ष में वापस लौट रहा है। उन्होंने इसे “अद्भुत यात्रा” बताया। कैप्टन शुक्ला कहा कि यह यात्रा भारत के मानव अंतरिक्ष कार्यक्रम की शुरुआत है और भारतीयों का सीना “गर्व से चौड़ा होना चाहिए। फ्लोरिडा में नासा के कैनेडी स्पेस सेंटर में कॉम्प्लेक्स 39ए से एक्सिओम-4 मिशन को आज बुधवार को लॉन्च किया गया। शुभांशु शुक्ला और तीन अन्य अंतरिक्ष यात्री एक्सिओम स्पेस के एक मिशन के हिस्से के रूप में अंतरिक्ष स्टेशन की यात्रा पर निकले हैं।
ड्रैगन अंतरिक्ष यान से अपने संबोधन में शुक्ला ने कहा, “नमस्कार, मेरे प्यारे देशवासियों! क्या सफ़र है! हम 41 साल बाद वापस अंतरिक्ष में पहुंच गए हैं, यह एक अद्भुत सफ़र है, हम 7.5 किलोमीटर प्रति सेकंड की रफ़्तार से पृथ्वी की परिक्रमा कर रहे हैं, मेरे कंधों पर मेरा तिरंगा मुझे बताता है कि मैं आप सभी के साथ हूं, यह मेरी यात्रा अंतरराष्ट्रीय अंतरिक्ष स्टेशन (ISS) की शुरुआत नहीं है, ये भारत के मानव अंतरिक्ष कार्यक्रम की शुरुआत है मैं चाहता हूं कि आप सभी इस सफ़र का हिस्सा बनें, आपका सीना भी गर्व से चौड़ा होना चाहिए, आइए हम सब मिलकर भारत के मानव अंतरिक्ष कार्यक्रम की शुरुआत करें, जय हिंद! जय भारत!”
ग्रुप कैप्टन शुक्ला के लिए यह भारतीय वायुसेना के अपने साथी विंग कमांडर राकेश शर्मा की तरह उड़ान भरने का मौका है, जिन्होंने सोयुज टी-11 ने 3 अप्रैल 1984 को बैकोनूर कोस्मोड्रोम से उड़ान भरी थी, जिसमें यूरी मालिशेव, गेनाडी स्ट्रेकालोव और राकेश शर्मा सवार थे। वे सैल्यूट 7 अंतरिक्ष स्टेशन पर पहुंचे और वहां कई वैज्ञानिक प्रयोग किए। राकेश शर्मा 11 अप्रैल को सोयुज टी-10 पर सवार होकर पृथ्वी पर लौटे थे।
वहीं, सफल लॉन्चिंग के बाद अमेरिकी अंतरिक्ष एजेंसी नासा ने सोशल मीडिया के जरिए अपडेट दिया। नासा ने ‘एक्स’ पर लिखा, “हमने एक्सिओम मिशन 4 की उड़ान भरी है। एक्स-4 मिशन 25 जून को सुबह 2:31 बजे (भारतीय समयानुसार, दोपहर 12:01 बजे) पर लॉन्च कॉम्प्लेक्स 39ए से उड़ान भर गया, जिसमें चार निजी अंतरिक्ष यात्री 14 दिनों तक के मिशन के लिए स्पेस स्टेशन पर गए।”
एक्सिओम स्पेस ने भी पोस्ट किया है, जिसने लिखा, “एएक्स-4 के लिए उड़ान। एएक्स-4 का चालक दल स्पेस स्टेशन की ओर बढ़ रहा है।”
इस मिशन में शामिल स्पेसएक्स ने जानकारी दी कि ड्रैगन फाल्कन 9 के दूसरे चरण से अलग हो गया है। नासा ने अंतरिक्ष यान के अलग होने की पुष्टि की। नासा ने लिखा, “अपने स्पेसएक्स ड्रैगन अंतरिक्ष यान में स्वतंत्र रूप से उड़ान भरते हुए एएक्स-4 के चालक दल स्पेस स्टेशन की अपनी यात्रा के एक कदम और करीब आ गए हैं।”
फाल्कन 9 रॉकेट पर लॉन्च होने के बाद क्रू नए स्पेसएक्स ड्रैगन स्पेसक्राफ्ट पर ऑर्बिटिंग प्रयोगशाला की यात्रा करेगा। ये 14 दिन का मिशन है। शुभांशु शुक्ला अंतरिक्ष में जैव प्रौद्योगिकी विभाग (डीबीटी) और नासा के संयुक्त सहयोग से विकसित उन्नत खाद्य और पोषण संबंधी प्रयोगों का संचालन करेंगे।
बेटे को अंतरिक्ष में उड़ान भरते हुए देखकर शुभांशु शुक्ला का परिवार काफी भावुक हो गया। शुभांशु की मां की आंखों में आंसू भर आए। लखनऊ में शुभांशु शुक्ला के माता-पिता ने एक्सिओम-4 मिशन की लॉन्चिंग की लाइव तस्वीरें देखीं। मिशन के उड़ान भरने पर वे जश्न मनाते हुए नजर आए।
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