भारत की ऊर्जा आत्मनिर्भरता की दिशा में एक महत्वपूर्ण प्रगति करते हुए, अप्रैल 2024 से फरवरी 2025 की अवधि में कोयले के आयात में 9.2% की गिरावट दर्ज की गई, जो पिछले वित्त वर्ष की समान अवधि की तुलना में है। कुल कोयला आयात 220.3 मिलियन टन (MT) रहा, जो कि 2023–24 में 242.6 MT था। इस गिरावट के परिणामस्वरूप भारत को $6.93 बिलियन (₹53,137.82 करोड़) की विदेशी मुद्रा की बचत हुई। यह उपलब्धि घरेलू कोयला उत्पादन को बढ़ावा देने वाली भारत सरकार की रणनीतिक पहलों जैसे कॉमर्शियल कोल माइनिंग और मिशन कोकिंग कोल का प्रत्यक्ष परिणाम है
कोयला मंत्रालय ने बताया कि वित्त वर्ष 2024–25 के अप्रैल–फरवरी अवधि में कोयला आयात में 9.2% की गिरावट आई है। यह गिरावट भारत की आयात पर निर्भरता घटाने और ऊर्जा सुरक्षा बढ़ाने की दिशा में एक बड़ी उपलब्धि है।
कोयला आयात में गिरावट क्यों
2023–24 (Apr–Feb): 242.6 मिलियन टन
2024–25 (Apr–Feb): 220.3 मिलियन टन
वर्ष-दर-वर्ष गिरावट: 9.2%
विदेशी मुद्रा की बचत: $6.93 अरब (₹53,137.82 करोड़)
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